Received this letter via email by a Kumari: 'I want to marry, is this ok as I have taken Gyan also?' - The full letter and our guidance. Part 1 of 2.
Original Email received:
मै शादी नहीं करना चाहती थी क्यूकी दुनिया को देख के मुझे नफरत हो गई थी शादी से। फिर मेरे जीवन में एक लड़का आया उसने मेरा ख्याल बदल दिया और हम दोनों शादी करके साथ जीवन बिताना चाहते थे पर उसकी आर्थिक स्तिथि ठीक ना होने के कारण उसने मुझे कुछ टाइम इंतजार करने के लिए कहा, बातचीत चलती रही। पर मेरे मात पिता ( सेंटर पर किसी बहन ने भी कहा कि शादी तो करनी चाहिए ड्रामा के अनुसार ) मेरी शादी करना चाहते है ( अब तक तो मैंने शादी के लिए मना किया हुआ है क्यूकि उस लड़के और मेरी बात अभी छुपी हुई है)
पर आज जब मेरे परिवार वालो ने किसी रिश्ते की बात की तो मैंने उस लड़के को बताया की स्तिथि ये है अब हमें सबको बता देना चाहिए रिश्ता कर लो भले ही अभी शादी मत करना। तो उस लड़के ने साफ मना कर दिया कि शादी ही नहीं करनी है (वजह ये है उसकी कि एक तो कुंडली का मंगल दोष बता रहा है और कोई जॉब भी नहीं है) पर मै जानती हूं वो भी इस फैसले से खुश नहीं है और ना वो मेरी बात समझ रहा है ( मै ये चाहती हूं हम शादी करते और फिर हम मिल के उसकी मनचाही जॉब के लिए प्रयास करते, इससे मेरे परिवार वालो को मेरी चिंता भी ना होती और हम अपना रिश्ता भी सबके सामने ला पाते।)
तो अब ज्ञान के अनुसार मुझे पता है ये सब कार्मिक अकाउंट से सम्बन्धित है तो मुझे ये बताओ कि मै कौन सी पावरफुल संकल्प से हमारे बीच सब सही करू किस तरह से योग में लाइन बोलू जिससे मेरी सोच मेरा मर्जी का भाग्य बनाए।
मेरी उससे शादी हो गई है हम एक साथ खुश है ऐसा सोचूं या क्या सोचूं कृपा करके बताओ।
मुझे अब ज्ञान का लाभ लेना है मुझे मेरा भाग्य बनाना है।
आपके जवाब की प्रतीक्षा में, नमस्ते.
Our Response (and Guidance)
आपका पत्र मिला।
आपने बहुत कुछ विस्तार से बताया है। देखो पहले तो आपने सही निर्णय लिया हुआ था - की शादी नहीं करनी चाहिए। फिर किसीको देख, ख्याल आया - की शादी करना है।
तो यह जरूर आप दोनों आत्माओ का कर्मा बंधन होगा। अकाउंट होंगे। समाज सकते है की शादी करने की इच्छा होंगी, लेकिन यह भी है जरूर, की अभी के समय शादी अर्थात बर्बादी करना। दलदल देखा है न - एक बार गिरे तो गिरे, फिर मुश्किल होती जाएगी बहार आना।
जहा तक बात प्यार की है तो राजयोग का अर्थ ही है हमारे परमपिता (शिव) से प्यार करना, उनको याद करना। तो हम शिव बाबा से शादी करते है।
बाप ने तो श्रीमत दी है- यह तुम्हारा अंतिम जनम है - इसमें तुम पवित्र बनो, मुझसे अपनी बुद्धि का योग लगाओ, तो तुम्हारा जनम जनम का भाग्य बन जायेगा।
देखो, शादी के बाद पवित्र रहना और भी मुश्किल है। तो बाप कभी नहीं आपको परमिशन देंगे।
आपकी बात सुनकर लगा की आपकी बुद्धि अच्छी है। विचार करने की शक्ति आपमें अच्छी है। तो यह विचार करो - भगवान् के अवतरण का यह अनमोल समय है - वो हमसे बात कर रहा है। हम उनसे ज्ञान मिल रहा है, जिनको मनुस्य मंदिर में, मस्जिद में, चर्च, गुरु द्वारा, आदि में खोज रहे है। तो क्या हमे अभी किसी मनुस्य से सम्बन्ध बनाना चाहिए, व भगवन से ? यह सोचो। ...
आपके मात पिता अगर शादी की बात भी करे, तो उनको समझाओ - युक्ति से समझाओ। रोज की मुरली में बाबा ज्ञान और श्रीमत देते है। आप भी रोज मुरली सुनो: http://babamurli.com
हम भी यह मुरली द्वारा ही सुनते और समझते है। अगर आपको और भी guidance चाहिए, तो यहाँ इस को पढ़े: https://www.brahma-kumaris.com/forum/question-answers/marry-to-god-shiv-baba-a-message-for-kumaris
विचार करके हमे अपना निर्णय जरूर से सुनना। अब आपको यह वीडियो (videos) भेज रहे है जिसमे बहुत अच्छे सन्देश है: https://www.brahma-kumaris.com/single-post/videos-Films-and-Documentaries-1
ऊपर की link save कर लीजिये और समय मिलने पर देखे।
आपके प्रतिउत्तर की प्रतीक्षा है।
अच्छा
नमस्ते
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Read PART 2 of this conversation: https://www.brahma-kumaris.com/single-post/I-want-to-Marry-our-response-for-Kumaris-part-2
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